दिल्ली – बुधवार, 25 जून, 2025: दिल्ली-गुरुग्राम को जोड़ने वाले द्वारका एक्सप्रेसवे पर देश का पहला एआई-सक्षम स्मार्ट ट्रैफिक सिस्टम अब सक्रिय हो चुका है। यह अत्याधुनिक ट्रैफिक नियंत्रण प्रणाली न केवल सड़कों पर वाहन चालकों की गतिविधियों की निगरानी करेगी, बल्कि विभिन्न प्रकार के ट्रैफिक उल्लंघनों की स्वचालित पहचान और रिपोर्टिंग भी सुनिश्चित करेगी।
56.46 किलोमीटर लंबे मार्ग पर यह प्रणाली सक्रिय की गई है, जिसमें द्वारका एक्सप्रेसवे का 28.46 किमी खंड और एनएच-48 का वह हिस्सा शामिल है जो शिव मूर्ति से खेरकी दौला तक फैला हुआ है। इस पूरे रूट पर लगभग 110 उच्च-रिज़ॉल्यूशन कैमरे लगाए गए हैं, जो हर एक किलोमीटर पर ट्रैफिक की 24×7 निगरानी करते हैं।
इस सिस्टम की सबसे खास बात है कि यह आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग कर 14 अलग-अलग प्रकार के नियम उल्लंघनों की पहचान कर सकता है — जिनमें ओवरस्पीडिंग, सीटबेल्ट न पहनना, ट्रिपल राइडिंग, हेलमेट न लगाना, गलत लेन में वाहन चलाना और रेड लाइट क्रॉसिंग शामिल हैं। इन उल्लंघनों की जानकारी सीधे संबंधित ट्रैफिक कंट्रोल सेंटर तक पहुंचाई जाती है, जिससे चालान स्वतः जारी किए जा सकें।
सभी डेटा एकीकृत कमांड सेंटर में एकत्र किए जा रहे हैं जिसे “डिजिटल ब्रेन” कहा जा रहा है। यह सेंटर न सिर्फ स्थानीय ट्रैफिक को नियंत्रित करता है, बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर आपदा प्रबंधन और त्वरित प्रतिक्रिया के लिए भी सक्षम है। इसके अतिरिक्त, यह सिस्टम ई-चालान पोर्टल से भी जुड़ा है जिससे स्वचालित चालान प्रणाली को और भी प्रभावी बनाया गया है।
ट्रायल चरण के दौरान यह देखा गया कि प्रतिदिन औसतन 600 से अधिक ट्रैफिक उल्लंघन रिकॉर्ड हो रहे हैं। अधिकारियों के अनुसार, चालान जारी करने की प्रक्रिया अगले 15 दिनों में शुरू कर दी जाएगी।
यह पहल न केवल ट्रैफिक प्रबंधन को और अधिक प्रभावशाली बनाएगी, बल्कि सड़क सुरक्षा की दिशा में एक क्रांतिकारी कदम भी मानी जा रही है। देश के अन्य शहरों में भी इस मॉडल को लागू करने की योजना पर विचार किया जा रहा है।