जयपुर। गुलाबी नगरी जयपुर के विकास को नई रफ्तार मिलने वाली है। जयपुर विकास प्राधिकरण (जेडीए) ने गुरुवार को हुई अपनी परियोजना कार्यकारी समिति (पीडब्ल्यूसी) की बैठक में 526 करोड़ रुपये की महत्वाकांक्षी बुनियादी ढांचा परियोजनाओं को मंजूरी दे दी है। जेडीए आयुक्त आनंदी की अध्यक्षता में हुई इस बैठक का उद्देश्य शहर के बढ़ते यातायात दबाव को कम करना और नागरिकों के लिए सुविधाओं में सुधार करना है।
इन परियोजनाओं के तहत शहर के विभिन्न हिस्सों में सड़कों के निर्माण और सुदृढीकरण, पुलों के चौड़ीकरण और धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने जैसे महत्वपूर्ण कार्य किए जाएंगे।
यातायात सुगम बनाने और सड़कों का जाल बिछाने पर जोर
जेडीए ने शहर में यातायात की समस्या को कम करने के लिए कई अहम फैसले लिए हैं। विद्या आश्रम स्कूल के पास स्थित एक उच्च-स्तरीय पुल को 40.17 करोड़ रुपये की लागत से चौड़ा किया जाएगा। इसके अतिरिक्त, पत्रकार रोड जंक्शन से गोपालपुरा बाईपास तक सड़क को मजबूत करने के लिए 16.26 करोड़ रुपये मंजूर किए गए हैं।
सड़क नेटवर्क के विस्तार पर विशेष ध्यान दिया गया है। जोन 11 में सेक्टर सड़कों के निर्माण के लिए 182 करोड़ रुपये का बड़ा प्रावधान किया गया है। वहीं, जोन 12 में सेक्टर और मिसिंग लिंक सड़कों के लिए 109 करोड़ रुपये और जोन 12ए में इसी तरह की पहलों के लिए 92.33 करोड़ रुपये मंजूर किए गए हैं। सांगानेर विधानसभा क्षेत्र में आंतरिक सड़कों के विकास के लिए 6.5 करोड़ रुपये स्वीकृत हुए हैं।
धार्मिक पर्यटन और नागरिक सुविधाओं का विकास
धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए, गोविंद देव जी मंदिर में पर्यटन विकास कार्यों हेतु 5.5 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं। इसके अलावा, सूरजमल सर्कल से मुहाना मंडी गेट नंबर 3 तक इस्कॉन मंदिर रोड के किनारे स्टील की रेलिंग लगाने और इंटरलॉकिंग टाइल्स बिछाने के लिए 3.91 करोड़ रुपये मंजूर किए गए हैं।
शहर के निचले इलाकों में जलभराव की समस्या से निपटने के लिए भी कदम उठाए गए हैं। कल्पना नगर और पीतांबरा/राजभवन कॉलोनियों में निचले इलाकों को भरने और समतल करने के लिए 3.62 करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए हैं। विभिन्न अन्य विकास कार्यों में जोन-4 में बी-2 बाईपास मेट्रो एनक्लेव योजना के तहत विभिन्न विकास कार्यों के लिए 5.05 करोड़ रुपये और जोन-8 में 2009 से पहले स्वीकृत निजी योजनाओं में आंतरिक सड़कों के निर्माण के लिए 5.07 करोड़ रुपये शामिल हैं।
इन परियोजनाओं के पूरा होने से न केवल जयपुर के निवासियों को बेहतर बुनियादी सुविधाएं मिलेंगी, बल्कि शहर की सुंदरता और पर्यटन आकर्षण में भी वृद्धि होगी, जिससे जयपुर एक अधिक आधुनिक और सुगम शहर के रूप में उभरेगा।