कटरा, 5 जून 2025: जम्मू-कश्मीर के कटरा में कल यानी 6 जून 2025 को एक ऐतिहासिक पल आने वाला है, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। यह ट्रेन कटरा और श्रीनगर को जोड़ेगी, जिससे न केवल रेल कनेक्टिविटी में सुधार होगा, बल्कि पर्यटन, व्यापार और स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी नई ऊर्जा मिलेगी। इस मौके पर विश्व के सबसे ऊंचे रेलवे आर्च ब्रिज, चिनाब ब्रिज का भी उद्घाटन होगा, जो कटरा-संगलदान रेल लिंक का हिस्सा है।
वंदे भारत: गति और सुविधा का संगम
वंदे भारत ट्रेनें भारत की स्वदेशी इंजीनियरिंग का शानदार नमूना हैं। कटरा-श्रीनगर मार्ग पर यह ट्रेन 260 किलोमीटर की दूरी को केवल 3 घंटे 45 मिनट में तय करेगी। सुबह 7:00 बजे कटरा से रवाना होकर यह 10:45 बजे श्रीनगर पहुंचेगी, और वापसी यात्रा दोपहर 3:00 बजे श्रीनगर से शुरू होकर शाम 6:45 बजे कटरा पहुंचेगी। ट्रेन में 16 डिब्बे होंगे, जिनमें 10 चेयरकार और 6 एग्जीक्यूटिव क्लास डिब्बे शामिल हैं। यात्रियों को वाई-फाई, टच-फ्री बायो-वैक्यूम टॉयलेट, रिक्लाइनिंग सीटें और जीपीएस-आधारित यात्री सूचना प्रणाली जैसी आधुनिक सुविधाएं मिलेंगी।
पर्यटन और तीर्थयात्रा को नया आयाम
कटरा, माता वैष्णो देवी मंदिर का प्रवेश द्वार, हर साल लाखों तीर्थयात्रियों को आकर्षित करता है। वंदे भारत ट्रेन के शुरू होने से तीर्थयात्री अब श्रीनगर और कश्मीर घाटी के अन्य पर्यटक स्थलों तक आसानी से पहुंच सकेंगे। पर्यटन विशेषज्ञों का अनुमान है कि इस ट्रेन से कश्मीर में पर्यटकों की संख्या में 15-20% की वृद्धि हो सकती है। एक स्थानीय गाइड, मोहम्मद यूसुफ ने कहा, “यह ट्रेन पर्यटकों के लिए गेम-चेंजर है। अब लोग एक ही यात्रा में वैष्णो देवी और कश्मीर की वादियों का आनंद ले सकेंगे।”
आर्थिक विकास को गति
वंदे भारत ट्रेन न केवल यात्रियों के लिए सुगमता लाएगी, बल्कि स्थानीय व्यापारियों और छोटे उद्यमियों के लिए भी वरदान साबित होगी। कटरा के व्यापारी संजय वर्मा ने उत्साह जताते हुए कहा, “श्रीनगर से सामान लाना-ले जाना अब तेज और सस्ता होगा। यह हमारी आजीविका को बढ़ाएगा।” रेलवे अधिकारियों के अनुसार, यह ट्रेन क्षेत्र में लॉजिस्टिक्स और सप्लाई चेन को मजबूत करेगी, जिससे स्थानीय उत्पादों, जैसे कश्मीरी शॉल और सेब, को राष्ट्रीय बाजारों तक पहुंचाने में आसानी होगी।
चिनाब ब्रिज: इंजीनियरिंग का चमत्कार
वंदे भारत ट्रेन के साथ चिनाब ब्रिज का उद्घाटन इस आयोजन की शान बढ़ाएगा। 1.3 किलोमीटर लंबा यह ब्रिज 359 मीटर की ऊंचाई पर बना है, जो इसे दुनिया का सबसे ऊंचा रेलवे आर्च ब्रिज बनाता है। यह कटरा-संगलदान रेल लिंक का हिस्सा है और कठिन भौगोलिक परिस्थितियों में रेलवे नेटवर्क के विस्तार का प्रतीक है। रेलवे मंत्रालय ने इसे “इंजीनियरिंग का चमत्कार” करार दिया है।
सुरक्षा और टिकट बुकिंग की व्यवस्था
कटरा रेलवे स्टेशन पर प्रधानमंत्री के दौरे के लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। रेलवे ने टिकट बुकिंग को आसान बनाने के लिए IRCTC की वेबसाइट और ऐप के साथ-साथ कटरा स्टेशन पर काउंटर भी शुरू किए हैं। चेयरकार का किराया 1,600 रुपये और एग्जीक्यूटिव क्लास का 3,000 रुपये रखा गया है। रेलवे ने समयबद्धता और सुरक्षा को प्राथमिकता देने का वादा किया है।
जम्मू-कश्मीर के लिए नया भविष्य
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा, “वंदे भारत और चिनाब ब्रिज जम्मू-कश्मीर को देश के साथ जोड़ने का एक मजबूत कदम हैं। यह क्षेत्र के विकास और समृद्धि का नया द्वार खोलेगा।” यह परियोजना भारत सरकार की उस प्रतिबद्धता को दर्शाती है, जो जम्मू-कश्मीर को मुख्यधारा के विकास से जोड़ने और क्षेत्र में शांति व समृद्धि लाने की है।
यह ट्रेन और ब्रिज न केवल कटरा और श्रीनगर को जोड़ेगा, बल्कि जम्मू-कश्मीर के लोगों के सपनों को देश के साथ एक नई उड़ान देगा।