भारतीय रेलवे का विद्युतीकरण 98.88% पूरा, स्विट्जरलैंड के बाद दूसरा बड़ा देश बनने की राह पर

Nitesh Patel
By Nitesh Patel 3 Min Read
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भारतीय रेलवे ने अपने बुनियादी ढांचे के आधुनिकीकरण में एक और मील का पत्थर हासिल किया है। 31 मई 2025 तक, भारतीय रेलवे के ब्रॉड गेज नेटवर्क का 98.88% विद्युतीकरण पूरा हो चुका है, जिसमें केवल 782 किलोमीटर का काम शेष है। यह उपलब्धि भारत को स्विट्जरलैंड के बाद दुनिया का दूसरा ऐसा प्रमुख देश बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है, जहां रेल नेटवर्क पूरी तरह से विद्युतीकृत होगा।

विद्युतीकरण की प्रगति

भारतीय रेलवे ने #Mission100PercentElectrification के तहत पिछले कुछ वर्षों में विद्युतीकरण में जबरदस्त प्रगति की है। 2014 में जहां केवल 5,188 रूट किलोमीटर (Rkm) विद्युतीकृत थे, वहीं 2025 तक यह आंकड़ा बढ़कर 46,900 Rkm हो गया है, जो 9 गुना वृद्धि दर्शाता है। गुजरात जैसे राज्यों ने 100% विद्युतीकरण हासिल कर लिया है, जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी सराहा है।

शेष चुनौतियां

हालांकि प्रगति प्रभावशाली है, कुछ चुनौतीपूर्ण खंड अभी बाकी हैं। इनमें रामेश्वरम लाइन, उत्तर-पूर्व की कुछ शाखा लाइनें, वास्को-हुबली का एक हिस्सा और राजस्थान के कुछ क्षेत्र शामिल हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि अगले एक साल में, भारतीय रेलवे 99.5% या पूर्ण विद्युतीकरण हासिल कर सकता है।

पर्यावरणीय और आर्थिक लाभ

रेलवे का विद्युतीकरण न केवल परिवहन को अधिक कुशल बनाता है, बल्कि पर्यावरणीय लाभ भी प्रदान करता है। डीजल इंजनों की तुलना में इलेक्ट्रिक ट्रेनें कम कार्बन उत्सर्जन करती हैं, जो #BeatPlasticPollution और #MissionLiFE जैसे पर्यावरणीय अभियानों के अनुरूप है। इसके अलावा, विद्युतीकरण से ईंधन लागत में कमी आएगी, जिससे रेल संचालन अधिक किफायती होगा। यह भारत की हरित ऊर्जा प्रतिबद्धताओं को भी मजबूत करता है।

गुजरात का उदाहरण

गुजरात ने 100% रेल विद्युतीकरण हासिल कर एक मिसाल कायम की है। यह उपलब्धि न केवल राज्य के लिए गर्व का विषय है, बल्कि अन्य राज्यों के लिए भी प्रेरणा है। रेल मंत्रालय ने इसे #RailInfra4Gujarat के तहत प्रचारित किया, जिसे सोशल मीडिया पर व्यापक समर्थन मिला।

वैश्विक संदर्भ में भारत

सोशल मीडिया पर चर्चा के अनुसार, भारत का 98.9% रेल विद्युतीकरण ब्रिटेन (37%) जैसे विकसित देशों से कहीं आगे है। यह उपलब्धि भारत की बुनियादी ढांचा विकास की प्रतिबद्धता को दर्शाती है और वैश्विक मंच पर देश की स्थिति को मजबूत करती है।

भारतीय रेलवे का लक्ष्य अगले एक से दो वर्षों में शेष 1.12% नेटवर्क को भी विद्युतीकृत करना है। इसके लिए नई तकनीकों का उपयोग और क्षेत्रीय चुनौतियों से निपटने की रणनीतियां तैयार की जा रही हैं। यह परियोजना न केवल रेल यात्रा को तेज और सुरक्षित बनाएगी, बल्कि भारत को वैश्विक रेल बुनियादी ढांचे में अग्रणी बनाएगी।

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नितेश पटेल एक समर्पित पत्रकार और Infra News India के संस्थापक हैं। उन्होंने इस डिजिटल प्लेटफॉर्म की स्थापना भारत में बुनियादी ढांचे और विकास परियोजनाओं की गहराई से रिपोर्टिंग के उद्देश्य से की। नितेश का लक्ष्य है भारत में चल रही सड़कों, रेलवे, ऊर्जा और शहरी परियोजनाओं से जुड़ी हर महत्वपूर्ण जानकारी को पाठकों तक सरल, विश्वसनीय और तथ्य-आधारित तरीके से पहुँचाना। उनकी लेखनी में तकनीकी समझ, नीतिगत विश्लेषण और आम जनता से जुड़ाव की स्पष्ट झलक मिलती है। वह देश के विकास से संबंधित हर पहलू पर गहरी नजर रखते हैं और इन विषयों पर लगातार शोध और रिपोर्टिंग करते हैं। उनका मानना है कि सूचना का प्रसार ही सशक्त समाज का निर्माण करता है।
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