नई दिल्ली, 11 जून 2025: भारत सरकार ने वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए अब तक का सबसे बड़ा पूंजीगत व्यय (कैपेक्स) ₹11.5 लाख करोड़ रुपये का ऐलान किया है। यह रिकॉर्ड निवेश देश के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने, रोजगार के अवसर पैदा करने और आर्थिक विकास को नई गति देने का वादा करता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में यह पहल भारत को ‘विकसित भारत’ के सपने की ओर तेजी से ले जा रही है। यह निवेश रेलवे, सड़क, नवीकरणीय ऊर्जा, और शहरी विकास जैसे क्षेत्रों में केंद्रित होगा। विशेषज्ञों का मानना है कि यह कदम न केवल अर्थव्यवस्था को गति देगा, बल्कि ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में जीवन स्तर को भी ऊंचा उठाएगा।
कैपेक्स का ब्रेकडाउन
इस विशाल पूंजीगत व्यय का एक बड़ा हिस्सा रेलवे और सड़क नेटवर्क के विस्तार पर खर्च किया जाएगा। 142 वंदे भारत ट्रेनें पहले से ही देश के विभिन्न शहरों को जोड़ रही हैं, और अब 4260 मेगावाट सौर ऊर्जा क्षमता के साथ रेलवे नेटवर्क को और अधिक पर्यावरण-अनुकूल बनाया जा रहा है। इसके अलावा, नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं और स्मार्ट सिटी पहल पर भी विशेष ध्यान दिया जाएगा।
वित्त मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “यह कैपेक्स 2014-15 के ₹2 लाख करोड़ से छह गुना अधिक है। यह दर्शाता है कि सरकार बुनियादी ढांचे और विकास को कितनी गंभीरता से ले रही है।”
रोजगार और आर्थिक प्रभाव
इस निवेश से लाखों प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर पैदा होने की उम्मीद है। विशेष रूप से निर्माण, इंजीनियरिंग, और प्रौद्योगिकी क्षेत्रों में युवाओं के लिए नई संभावनाएं खुलेंगी। साथ ही, ग्रामीण क्षेत्रों में बुनियादी ढांचे के विकास से स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी बल मिलेगा।
उद्योग जगत ने इस कदम का स्वागत किया है। सीआईआई (कॉन्फेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्री) के अध्यक्ष ने कहा, “यह निवेश निजी क्षेत्र के लिए भी एक बड़ा अवसर है। सरकार और निजी कंपनियों के सहयोग से भारत वैश्विक आर्थिक शक्ति बनने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ेगा।”
चुनौतियां और भविष्य
हालांकि यह निवेश एक बड़ा कदम है, लेकिन विशेषज्ञों ने समय पर परियोजनाओं को पूरा करने और पारदर्शिता बनाए रखने की आवश्यकता पर जोर दिया है। भ्रष्टाचार और देरी जैसी चुनौतियों से निपटने के लिए सरकार ने डिजिटल निगरानी और तेजी से मंजूरी प्रक्रियाओं को लागू करने का वादा किया है।
प्रधानमंत्री मोदी ने एक बयान में कहा, “यह कैपेक्स केवल आंकड़ों का खेल नहीं है। यह भारत के हर नागरिक के सपनों को साकार करने का एक वादा है। हम एक ऐसे भारत का निर्माण कर रहे हैं जो आत्मनिर्भर और समृद्ध हो।”
यह ऐतिहासिक निवेश भारत को वैश्विक मंच पर एक नई पहचान दिलाने के लिए तैयार है। जैसे-जैसे परियोजनाएं धरातल पर उतरेंगी, देश एक नए युग की ओर बढ़ेगा, जहां विकास और समृद्धि हर नागरिक तक पहुंचेगी।