रायपुर। छत्तीसगढ़ के विकास में एक नया अध्याय जोड़ते हुए राज्य सरकार ने बहुप्रतीक्षित रायपुर-दुर्ग मेट्रो रेल परियोजना को अपनी मंजूरी दे दी है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की पहल पर इस महत्वाकांक्षी योजना को धरातल पर उतारने की तैयारी शुरू हो गई है। दिल्ली-एनसीआर की तर्ज पर राज्य राजधानी क्षेत्र (SCR) विकसित करने की योजना के हिस्से के रूप में, यह मेट्रो सेवा रायपुर, दुर्ग और भिलाई के लाखों लोगों के लिए परिवहन की तस्वीर बदलकर रख देगी। सरकार ने परियोजना के सर्वेक्षण और विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (DPR) तैयार करने के लिए 2024-25 के बजट में 5 करोड़ रुपये का प्रारंभिक प्रावधान किया है।
दिल्ली-NCR की तर्ज पर बनेगा स्टेट कैपिटल रीजन
राज्य सरकार ने केवल मेट्रो ही नहीं, बल्कि पूरे क्षेत्र के सुनियोजित विकास की एक व्यापक रूपरेखा तैयार की है। इस योजना के केंद्र में स्टेट कैपिटल रीजन (SCR) का निर्माण है, जिसमें रायपुर, दुर्ग, भिलाई और नवा रायपुर (अटल नगर) जैसे प्रमुख शहरी क्षेत्रों को शामिल किया जाएगा। इस मॉडल का उद्देश्य दिल्ली-एनसीआर की तरह मल्टी-लेवल प्लानिंग, जोनल डेवलपमेंट और बेहतर क्षेत्रीय कनेक्टिविटी स्थापित करना है। इससे न केवल परिवहन नेटवर्क मजबूत होगा, बल्कि भविष्य को ध्यान में रखते हुए पानी, बिजली और अपशिष्ट प्रबंधन जैसी नागरिक सुविधाओं का भी एकीकृत विकास संभव हो सकेगा। इस योजना के क्रियान्वयन के लिए एक कार्यकारी समिति का भी गठन किया जाएगा, जिसमें विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ संबंधित जिलों के कलेक्टर भी सदस्य होंगे।
मेट्रो से बदलेगी परिवहन की सूरत
रायपुर और दुर्ग-भिलाई छत्तीसगढ़ के सबसे प्रमुख शहरी और औद्योगिक केंद्र हैं, जिनके बीच रोजाना हजारों लोगों का आना-जाना होता है। वर्तमान में इस मार्ग पर यातायात का भारी दबाव रहता है। मेट्रो परियोजना के साकार होने से सड़क पर भीड़भाड़ कम होगी और लोगों को एक सस्ता, तेज और सुरक्षित सार्वजनिक परिवहन का विकल्प मिलेगा। अनुमान है कि 2031 तक इस क्षेत्र की आबादी 50 लाख से अधिक हो जाएगी, और मेट्रो प्रणाली इस बढ़ती आबादी की परिवहन आवश्यकताओं को पूरा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। यह परियोजना न केवल यात्रियों के समय की बचत करेगी, बल्कि इस क्षेत्र में रियल एस्टेट और व्यावसायिक गतिविधियों को भी बढ़ावा देगी।
यह ऐतिहासिक निर्णय छत्तीसगढ़ को आधुनिक शहरी बुनियादी ढांचे की दिशा में एक बड़ी छलांग है। रायपुर-दुर्ग मेट्रो परियोजना सिर्फ एक परिवहन का साधन नहीं, बल्कि राज्य के विकास का एक नया इंजन साबित होगी, जो आने वाले वर्षों में लाखों लोगों के जीवन को बेहतर बनाएगी।