रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड ने अपनी एक अहम सहायक परियोजना JR टोल रोड से जुड़ा ₹273 करोड़ का कर्ज पूरी तरह चुका दिया है। इस भुगतान के साथ, कंपनी ने न केवल अपनी बैलेंस शीट को मजबूत किया है, बल्कि आगामी समय में अपनी बुनियादी ढांचा परियोजनाओं में और निवेश करने का मार्ग भी प्रशस्त किया है।
JR टोल रोड परियोजना मध्य प्रदेश में स्थित है और यह 84 किलोमीटर लंबे नेशनल हाईवे-45 पर निर्मित एक प्रमुख एक्सेस-नियंत्रित टोल रोड है, जो नागपुर और जबलपुर के बीच यातायात को सुगम बनाता है। इस प्रोजेक्ट को रिलायंस इंफ्रा की पूर्ण स्वामित्व वाली अनुषंगी कंपनी द्वारा विकसित किया गया था और यह सड़क परिवहन के क्षेत्र में एक सफल मॉडल के रूप में देखा गया है।
कंपनी द्वारा दिए गए बयान के अनुसार, ₹273 करोड़ की ऋण राशि को पूर्व निर्धारित समय-सीमा से पहले ही चुका दिया गया है। यह कर्ज भारतीय बैंकों और वित्तीय संस्थानों से लिया गया था, जिसका भुगतान अब पूरी तरह कर दिया गया है। कंपनी ने इस चुकौती को अपने नकदी प्रवाह प्रबंधन की सफलता का प्रमाण बताया है।
इस वित्तीय सुधार से रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर को न केवल ब्याज दरों के बोझ से राहत मिलेगी, बल्कि भविष्य में पूंजीगत व्यय योजनाओं और नई परियोजनाओं के लिए भी बेहतर स्थिति प्राप्त होगी। कंपनी के प्रवक्ता ने बताया कि यह कदम दीर्घकालिक वित्तीय स्थिरता की दिशा में एक रणनीतिक प्रयास है।
यह विकास ऐसे समय में हुआ है जब कंपनी अपनी गैर-प्रमुख संपत्तियों के मोनेटाइजेशन और कर्ज मुक्त कंपनी बनने की दिशा में लगातार प्रयासरत है। विश्लेषकों के अनुसार, इस प्रकार की समयपूर्व ऋण चुकौती से कंपनी की क्रेडिट रेटिंग और निवेशकों का विश्वास भी बेहतर होगा।
रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर का यह कदम भारतीय इन्फ्रास्ट्रक्चर सेक्टर में वित्तीय अनुशासन का एक सकारात्मक उदाहरण प्रस्तुत करता है, जो निजी निवेश को आकर्षित करने में भी सहायक होगा।